कौन से जिम सप्लीमेंट्स सेक्स की समस्या दे सकते है

Headache relief, stress management, mental health care.

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प्री-वर्कआउट सप्लीमेंट्स का उपयोग आम तोर पर फिटनेस के लिए किया जाता है, जो की लोगो के बीच मैं तेजी से फैल गया है, लोग इससे अपने प्रदर्शन और धीरज के स्तर को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। इन सप्लीमेंट्स से शारीरिक फिटनेस के लिए मिलने वाले लाभों के साथ-साथ, यौन स्वास्थ्य पर उनके संभावित प्रभाव चिंता को बढ़ा देते हैं। 

कई जिम सप्लीमेंट कुछ संभावित रूप से सेक्स प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं और ये एथलेटिक प्रदर्शन और सारे स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव भी डाल सकते हैं।

ऐसे ही कुछ जिम सप्लीमेंट जो यौन प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। 

1. एनाबॉलिक स्टेरॉयड

एनाबॉलिक स्टेरॉयड, हालांकि यह टेस्टोस्टेरोन के सिंथेटिक व्युत्पन्न हैं जो मांसपेशियों की वृद्धि और ताकत को भी बढ़ावा देते हैं और शरीर के हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ सकते हैं, जिससे कई नकारात्मक असर  पड़ सकते हैं ,जैसे की यौन रोग, शुक्राणुओं की संख्या में कमी और वृषण शोष अदि शामिल होते हैं। 

2. टेस्टोस्टेरोन बूस्टर

टेस्टोस्टेरोन बूस्टर कुछ लोग मांसपेशियों की लाभ; प्राप्ति और एथलेटिक प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए टेस्टोस्टेरोन बूस्टर का इस्तेमाल करते हैं। इसका ज्यादा या ग़लत इस्तेमाल हार्मोनल असंतुलन का कारन बन सकती है, और प्राकृतिक टेस्टोस्टेरोन उत्पादन को भी कम कर सकती है। टेस्टोस्टेरोन एक हार्मोन है जो यौन क्रिया और कामेच्छा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ये बूस्टर यौन प्रदर्शन को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।

3.उत्तेजक पदार्थों के साथ प्री-वर्कआउट सप्लीमेंट्स 

कुछ उत्तेजक पदार्थ दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर को बढ़ा देते हैं क्योंकि प्री-वर्कआउट सप्लीमेंट्स में कैफीन, एफेड्रिन या योहिम्बाइन जैसे उत्तेजक पदार्थ शामिल होते हैं। जिससे कि यह संभावित रूप से जननांग क्षेत्र में रक्त का प्रवाह कम हो सकता है। जो यौन प्रदर्शन काफी प्रभावित कर सकता है 

4. पूरक युक्त एफेड्रिन 

एफेड्रिन को कई देशों में इसके उपयोग पर रोक लगा दी गयी है, क्योंकि यह एक उत्तेजक है जिसका प्रयोग कभी ऊर्जा बढ़ाने के लिए और कभी वज़न को कम करने वाले पूरकों में किया जाता था। हालांकि इसको दिल के दौरे और इसके संबंधी प्रभावों से जोड़ा गया है। इसलिए इसके उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

5. मूत्रवर्धक

इसका इस्तेमाल कभी -कभी जल धारणा को कम करने के लिए और कभी-कभी दुबला दिखने के लिए किया जाता है। हालांकि मूत्रवर्धक का बहुत ज्यादा इस्तेमाल निर्जलीकरण और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन का कारण बन सकता है जो की यौन कार्य और समग्र स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकता है

6.बहुत ज्यादा प्रोटीन सप्लीमेंट

प्रोटीन सप्लीमेंट को ज्यादा मात्रा में लेना हमारी सेहत पर बुरा असर डाल सकती है, ये हमारी किडनी पर भारी दबाव डाल सकती है। जिसकी वजह से यौन प्रदर्शन प्रभावित हो सकती है 

एनाबॉलिक स्टेरॉयड के दुष्प्रभाव 

1. दिल की समस्याएं

एनाबॉलिक स्टेरॉयड से कार्डिओवेस्कुलर समस्या पैदा हो जाती हैं जैसे की हाई ब्लड प्रेशर , कोलेस्ट्रॉल के स्तर में बदलाव अदि शामिल हैं। यह समस्या शरीर के अलग अलग हिस्सों में खून के प्रवाह को रोक और बिगाड़ भी सकती हैं,जोकि संभावित रूप से लिंग संबंधी मुश्किलों में योगदान कर सकती हैं।

2. मनोवैज्ञानिक प्रभाव

एनाबॉलिक स्टेरॉयड के इस्तेमाल से मूड में काफ़ी बदलाव और हमलावरता और चिंता जो अप्रत्यक्ष रूप से यौन प्रदर्शन और रिश्तों पर भी काफ़ी असर डाल सकते हैं। 

3. हार्मोनल असंतुलन

एनाबॉलिक स्टेरॉयड के इस्तेमाल करने से काफ़ी हार्मोनल में बदलाव हो जाते हैं जैसे की शरीर के कुदरती हार्मोनल संतुलन को बिगाड़सकता है। जिससे टेस्टोस्टेरोन के उत्पाद में भी कमी आ सकती है। टेस्टोस्टेरोन यह हार्मोन होता है जो औरतों और पुरषों दोनों में कामवासना और यौन क्रिया को बनाए रखने के लिए जरूरी होता है। 

टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी के नतीजे -स्वरूप सेक्स ड्राइव (कामेच्छा) में कमी आ  सकती है इरेक्शन को लेने में और उसको बनाए रखने में मुश्किल आ सकती है 

4. बांझपन

एनाबॉलिक स्टेरॉयड शुक्राणुओं के उत्पादन और उसकी गुणवत्ता को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है,जिससे की उपजाऊ शक्ति कम हो सकती है।  शुक्राणुओं की संख्या  और उसकी गतिशीलता में भी काफी मात्रा में कमी आ सकती है और इसके दौरान गर्भधारण करना अधिक चुनौती भरा हो सकता है। 

5. वृषण शोष 

अगर हम एनाबॉलिक स्टेरॉयड का लम्बे समय तक इस्तेमाल करते हैं तो यह कई तरह के बदलाव करता है, इसके उपयोग से वृषण शोष हो सकता है। जोकि अंडकोष का सिकुड़ना होता है। ऐसा इस लिए भी होता है क्योंकि शरीर में टेस्टोस्टेरोन का प्राकृतिक उत्पादन दब जाता है और प्रेरणा की कमी के कारन वृषण आकार में कम हो सकते हैं। यह हार्मोनल संतुलन को बिगड़ देते हैं और  यौन क्रिया को ओर ज्यादा प्रभावित कर सकते हैं। 

निष्कर्ष:

कई सप्लीमेंट्स शरीर के स्वास्थ्य में सकारात्मकता लेकर आते हैं, और दूसरी तरफ़ सप्लीमेंट्स शरीर के स्वास्थ्य में कमी कर देते हैं जैसे व्यक्ति में  सेक्स समस्या दे सकते है और अगर आप भी ऐसी ही किसी परेशानी का शिकार हो रहे हैं। इसलिए अधिक जानकारी के लिए आप आज ही संजीवनी हेल्थ सेंटर में अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करें और विशेषज्ञों से सलाह मश्वरा करें।