थाइरॉयड की समस्या आज के समय में लोगों में ज्यादा पाई जाती है और ये समस्या व्यक्ति में गर्दन के ठीक सामने होती है। वही इस समस्या से हम आसानी से निजात पा सकते है यदि हमें समय पर पता लग जाए। इसके अलावा थाइरॉयड की समस्या क्या है और इसमें किस तरह का परहेज करना चाहिए और साथ ही आयुर्वेद किस तरह से मददगार है इस समस्या से निजात दिलवाने में इसके बारे में आज के आर्टिकल में बात करेंगे ;
क्या है थाइरॉयड की समस्या ?
- थायराइड एक आम समस्या है जो डायबिटीज की तरह तेजी से फैलती जा रही है। दरअसल यह एक तितली के आकार की ग्रंथि है जो गर्दन के सामने होती है। यह अंग थायराइड हार्मोन का उत्पादन करता है।
- वही जब यह हार्मोन का ज्यादा या कम उत्पादन करने लगता है, तो इससे समस्याएं हो सकती है, जिनमें गोइटर, थायरॉइडाइटिस, हाइपरथायरायडिज्म, हाइपोथायरायडिज्म, आदि शामिल है।
अगर आपमें भी थाइरॉयड की समस्या कुछ उपरोक्त तरीके से नज़र आ रहीं है तो इसके लिए आपको बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर का चयन करना चाहिए।
थाइरॉयड के लक्षण क्या है ?
- अधिक हार्मोन का पैदा होना।
- चिड़चिड़ेपन की समस्या।
- महिलाओं में थाइरॉयड की वजह से पीरियड्स में गड़बड़ी का आना।
- बाल झड़ने की समस्या।
- वजन का घटना।
- शरीर में दर्द का होना।
- गले में गांठ का महसूस होना आदि।
अगर आपमें भी थाइरॉयड के उपरोक्त गंभीर लक्षण नज़र आए तो इसके लिए आपको इस रोग को बढ़ने से पहले बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक के संपर्क में आना चाहिए।
थाइरॉयड में किन चीजों को नहीं खाना चाहिए ?
- सोयाबीन और सोया युक्त खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए।
- कुछ खास प्रकार की सब्जियां से थाइरॉयड के मरीजों को दुरी बना कर रखना चाहिए, सब्जियां जैसे- ब्रोकली, पालक, फूलगोभी, कच्ची सब्जियां आदि।
- ज्यादा आयोडीन या आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।
- अंडे की जर्दी के सेवन से भी बचे।
- थाइरॉयड के मरीज को चीनी के अधिक सेवन से बचना चाहिए आदि।
थाइरॉयड का आयुर्वेदिक इलाज क्या है ?
- जलकुंभी, अश्वगंधा या विभीतकी का पेस्ट ग्वाटर के ऊपर लगाएं। पेस्ट को तब तक लगाना है जब तक की सूजन कम न हो जाए।
- अलसी के 1 चम्मच चूर्ण का प्रयोग इस बीमारी को कम कर सकता है।
- इस बीमारी में नारियल के तेल का प्रयोग भी कर सकते है। बस आपको करना ये है की 1 से 2 चम्मच नारियल का तेल गुनगुने दूध के साथ में खाली पेट सुबह-शाम लेना है।
- इस बीमारी में धनिये का पानी भी आप पी सकते है। बस धनिये के पानी को बनाने के लिए शाम को तांबे के बर्तन में पानी लेकर उसमें 1 से 2 चम्मच धनिये को भिगो दें और सुबह इसे छान कर धीरे-धीरे पी जाए।
- जलकुंभी और सहजन की जड़ीबूटियां भी इस बीमारी को ठीक करने में काफी मददगार साबित होती है।
आयुर्वेद में थाइरॉयड के इलाज के लिए बेस्ट हॉस्पिटल व सेंटर !
- सबसे पहले तो इस बात का खास ध्यान रखें की थाइरॉयड में किसी भी तरह की दवाई को खुद से न ले जब तक डॉक्टर की इजाज़त न लें। वही अगर आप थाइरॉयड का इलाज आयुर्वेदिक तरीके से करवाना चाहते है तो इसके लिए आपको संजीवनी हेल्थ सेंटर का चयन करना चाहिए।
निष्कर्ष :
- थाइरॉयड काफी गंभीर समस्या है, इसलिए गले में आपके किसी भी तरह की समस्या उत्त्पन्न हो तो कृपया इसे नज़रअंदाज़ न करें बल्कि समय पर किसी अनुभवी आयुर्वेदिक डॉक्टर का चयन करें।