![]()
अक्सर महिलाएं डिलीवरी के बाद बहुत ही ज्यादा कमजोर और थका हुआ महसूस करती हैं। आम तौर पर, यह 9 महीनों की गर्भ अवस्था और उस के बाद की डिलीवरी प्रक्रिया के कारण होता है। इस तरह की स्थिति के दौरान, एक औरत के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं। इसलिए, इस दौरान एक औरत के शरीर को डिलीवरी के बाद कम से कम 40 दिनों तक आराम करना चाहिए और उन्हें अच्छी डाइट और पूरी देखभाल की भी जरूरत होती है। ताकि बच्चे के जन्म के बाद, वह अच्छे तरीके से रिकवरी कर सके। हालांकि, कई महिलाओं ने डिलीवरी के बाद, यह देखा होगा कि उनकी जिन्सी संबंधों के प्रति दिलचस्पी कम हो जाती है।
आम तौर पर, रिसर्च, सोसाइटी एंड डेवलपमेंट जर्नल के अनुसार कई महिलाएं 3 से 6 महीने तक शारीरिक संबंध बनाने से अपने आप का बचाव करती हैं और इसके साथ ही उन महिलाओं के लिए सेक्सुअल संबंध पहले की तरह नहीं रहते हैं। दरअसल, इसके अलावा, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ने भी इस बात का दावा किया है, कि डिलीवरी के बाद महिलाओं में लिबिडो की कमी हो जाती है और साथ ही सेक्स के प्रति उनकी कामना खत्म हो जाती है। अब सवाल यह उठता है, इस तरह की स्थिति होने पर महिलाएं क्या कर सकती हैं? तो आइये इस लेख के माध्यम से इसके डॉक्टर से इसके बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।
डिलीवरी के बाद सेक्सुअल इच्छा बढ़ाने के टिप्स
1. पार्टनर के साथ बात करें
NCBI की एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है, कि डिलीवरी के बाद महिलाओं को एक गुड़ा रिश्ता स्थापित करने के लिए अपने साथी से पूरी भावनात्मक सहायता की जरूरत होती है। आम तौर पर, एक महिला की प्रेग्नेंसी, डिलीवरी और इसके बाद नवजात शिशु की देखभाल मानसिक और शारीरिक रूप से थका देने वाली हो सकती है। तो इस तरह की स्थिति में एक महिला की सेक्सुअल इच्छा कम होना स्वाभाविक होता है। ऐसे में अगर एक महिला को अपने साथी का साथ प्राप्त हो जाये तो, उसको आमतौर पर, एक आम जीवन शैली में वापस आने में सहायता प्राप्त होती है।
2. फिजिकल डिस्कंफर्ट का ध्यान रखें
दरअसल, एक महिला की डिलीवरी के बाद भी समय -समय पर उनके शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते रहते हैं। हालांकि, उनके शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर इन दिनों तेजी से गिरने लग जाता है और इसके साथ ही बच्चे को अपनी छाती का दूध पिलाने वाली महिलाओं को कुछ दिनों से लेकर महीनों तक माहवारी नहीं आ सकती है। इस तरह की स्थिति में उनको वजाइनल ड्राइनेस और साथ में सोरनेस का सामना करना पड़ सकता है। तो ऐसे में वो यौन संबंध बनाने से काफी ज्यादा कतराती हैं। इस तरह की स्थिति में, ज़्यादातर महिलाओं को चाहिए कि वह अपनी वजाइनल सेहत का पूरा -पूरा ध्यान रखें।
3. एक्सरसाइज जरूर करें
अगर, महिलाएं सेक्स के लिए मानसिक रूप से तैयार होती हैं, तो आम तौर पर, उनको अपनी जीवन शैली में कसरत को शामिल करना चाहिए। हालांकि, अक्सर डॉक्टर की सलाह पर ही कसरत की शुरुआत करें। अगर डिलीवरी के बाद आपका शरीर पुरे तरीके से ठीक नहीं हुआ है, तो कसरत की शुरुआत अभी बिलकुल भी न करें। हालांकि, आपको बता दें, कि वेजाइनल डिलीवरी के बाद पेल्विक फ्लोर बहुत ही ज्यादा कमजोर हो जाता है। इसलिए, पेल्विक फ्लोर से संबंधित कसरतों को ज्यादा महत्व दें। इसमें आम तौर पर, कीगल नाम की एक कसरत शामिल होती है, जिससे की सेक्सुअल इच्छा काफी ज्यादा बढ़ती है।
निष्कर्ष:
असल में, डिलीवरी एक औरत का दर्दनाक पड़ाव होती है, जिसमें एक औरत कई तरह की समस्यायों का सामना करती है। आम तौर पर, एक महिला की डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर में तरह-तरह के बदलाव आने शुरू हो जाते हैं। इस वजह से, उनके लिए आसान नहीं होता है, पहले की तरह यौन संबंध बनाना। हालाँकि, अपनी योन इच्छा को वापस पाना इतना मुश्किल नहीं होता है, जितना कि वह इसको मुश्किल बना देती हैं। इसके लिए उनको अपने साथी के सपोर्ट की जरूरत होती है और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाना होता है। इसके साथ ही, उसको अपनी एक अच्छी देखभाल करने की जरूरत होती है। इन सभी चीजों की वजह से कामेच्छा में भी बढ़ोतरी होने लगती है। अगर आपको भी इसके बारे में ज्यादा जानकारी को प्राप्त करना है या फिर इस तरह की स्थिति से निपटना चाहते हैं, तो आप आज ही संजीवनी हेल्थ सेंटर में जाकर अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके विशेषज्ञों से इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
