हस्तमैथुन क्या होता है, हस्तमैथुन करने के फायदे और दुष्प्रभाव 

Loading

आम तौर पर हस्तमैथुन को एक सामान्य और प्राकृतिक यौन क्रिया माना जाता है। जो लोगों के तनाव को कम करने नींद को सुधारने, मूड को बेहतर करने, और यौन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करता है। इसके माध्यम से आत्म-संबंध की समझ बढ़ाने और शरीर के प्रति जागरूकता को लाया जाता है। वैज्ञानिक शोध के मुताबिक इसके द्वारा खुशी के हार्मोन जैसे, डोपामाइन और ऑक्सीटोसिन रिलीज होते हैं, जो व्यक्ति को मानसिक शांति प्रदान करते हैं। हस्तमैथुन के बारे में विचार विभिन्न संस्कृतियों और समय अवधियों में व्यापक रूप से अलग अलग हैं। समकालीन वैज्ञानिक समझ इसके लाभों और संभावित दुष्प्रभावों के बारे में समझ प्रदान करती है। इस लेख के माध्यम से हम शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक दृष्टिकोण पर विचार करते हुए हस्तमैथुन के फायदे और नुकसान के बारे में जानेंगे। 

हस्तमैथुन क्या होता है 

आम तोर पर पुरुष और महिला दोनों ही अपनी इच्छा को पूरा करने के लिए हस्तमैथुन को करते हैं। हस्तमैथुन को एक यौन क्रिया कहा जाता है। यह सामान्य और प्राकृतिक यौन किरिया है जिसमें व्यक्ति यौन अंगों को खुद से उत्तेजित करता है ताकि उसको यौन सुख और संतुष्टि प्राप्त हो सके। आम तौर पर इस किरिया को किसी भी उम्र के लोगों द्वारा की जा सकती है। यौन तनाव को कम करना, यौन इच्छाओं को समझना और आत्म-संबंध में सुधार करना इसका उद्देश्य और इसके यही फायदे  होते हैं। लेकिन यदि हस्तमैथुन की लत लग जाये या फिर दिन में कई बार हस्तमैथुन करने की इच्छा हो मन में जागृत हो तो ये एक चिंता का विषय भी बन सकता है जैसे इससे शारीरिक कमजोरी, मानसिक थकान और यौन स्वास्थ्य समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं। इसलिए इसका संतुलन बनाए रखना बहुत ज़्यादा जरूरी होता है। इस लेख के द्वारा हम हस्तमैथुन से होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। 

हस्तमैथुन के फायदे:

1. यौन सुख और संतुष्टि:

आम तौर पर व्यक्ति अपने शरीर का पता लगाने और यौन आनंद हस्तमैथुन व्यक्तियों के लिए एक अनुभव करने का प्राकृतिक और सुरक्षित तरीका है। ये लोगों की यौन प्रतिक्रियाओं, प्राथमिकताओं और कल्पनाओं को समझने की अनुमति  प्रदान करता है। जिससे व्यक्ति की आत्म-जागरूकता और यौन संतुष्टि  को बढ़ावा मिलता है। 

2. तनाव कम करना और आराम 

लोगों में हस्तमैथुन तनाव को कम करने का एक प्राकृतिक और एक स्वस्थ माध्यम के रूप में काम कर सकता है। यौन उत्तेजना के दौरान शरीर में एंडोर्फिन रिलीज होते हैं, जो कि तनाव को कम करने में मदद करते हैं। यह तनाव को कम करने में मदद करते हैं। ये मानसिक शांति, सुकून, समग्र कल्याण की भावना में योगदान कर सकती है।

3. बेहतर नींद आना

जब व्यक्ति हस्तमैथुन करता है और उसके बाद शरीर में एक संतोष और थकान की भावना होती है, और हस्तमैथुन के बाद यौन गतिविधियों में संलग्न होने से ऑक्सीटोसिन और एंडोर्फिन का स्राव शुरू हो जाता है, जो कि आराम करने और नींद की भावनाओं को बढ़ावा दे सकता है। अगर व्यक्ति सोने से पहले हस्तमैथुन करते हैं और उसके बाद कुछ व्यक्तियों ऐसे होते हैं, जिनको तेजी से नींद आने और अधिक आरामदायक नींद का अनुभव करने में मदद मिलती है।

4. शारीरिक और भावनात्मक मुक्ति:

हस्तमैथुन यौन तनाव और ऊर्जा को कम करने के लिए एक साधन प्रदान करता है, जिसकी वजह से व्यक्ति में शारीरिक और भावनात्मक मुक्ति की भावना पैदा हो सकती है। उन व्यक्तियों के लिए यह रिलीज़  खास तौर पर फायदेमंद हो सकता है, जिनके पास सीमित यौन अवसर हैं, ये फिर जो यौन संबंधों में नहीं हैं। 

 5. यौन रोग का कम खतरा

कुछ अध्ययनों के अनुसार पुरुषों में स्तंभन दोष और महिलाओं में दर्दनाक संभोग जैसे कुछ यौन विकारों का खतरा नियमित हस्तमैथुन से कम हो सकता है। सेहतमंद खून के प्रवाह को बढ़ावा देने और जननांग स्वास्थ्य को बनाए रखने से, हस्तमैथुन समग्र यौन कल्याण में योगदान दे सकता है।

हस्तमैथुन के दुष्प्रभाव

1. अपराध बोध और शर्म:

किसी व्यक्ति की हस्तमैथुन की धारणा को सांस्कृतिक, धार्मिक और सामाजिक कारक प्रभावित कर सकते हैं। कुछ व्यक्तिओं को शर्म या चिंता का अहसास आत्म-खुशी से जुड़े नकारात्मक सामाजिक कलंक के कारण महसूस हो सकता है। अपने खुद के कामुकता के प्रति सेहतमंद और सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा करने के लिए इन भावनात्मक प्रतिक्रियाओं को पहचानना और हल करना बहुत जरूरी है।

2 . शारीरिक कमजोरी

व्यक्ति का बहुत ज्यादा हस्तमैथुन करना इससे शरीर में कमजोरी आ सकती है। अत्यधिक हस्तमैथुन थकान, ऊर्जा की कमी, और मांसपेशियों में दर्द  पैदा कर सकता है। नियमितता में कमी होने के कारण और बहुत ज्यादा हस्तमैथुन करने पर व्यक्ति की नर्वस सिस्टम पर भी असर पड़ सकता है, जिसे उसकी दैनिक गतिविधियों में ऊर्जा की कमी हो सकती है। 

3. मानसिक थकान

व्यक्ति अगर हस्तमैथुन को अपनी जिंदगी में बहुत ज्यादा करता है, तो वह मानसिक थकान का शिकार हो सकता है। जिसकी वजह से उसको ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, मानसिक तनाव, और चिंता बढ़ सकती है। और मानसिक थकान की वजह से व्यक्ति की नींद की गुणवत्ता पर भी असर पड़ सकता है, जिससे पूरा मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है।

4. यौन स्वास्थ्य समस्याएं

यौन स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव जब पड़ता है तब अत्यधिक हस्तमैथुन किया जाये। इसकी वजह से यौन संबंधों में असंतोष, शीघ्रपतन, और यौन उत्तेजना में कमी होना जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यह हस्तमैथुन यौन जीवन की गुणवत्ता पर भी असर डाल सकता है, जिसकी वजह से रिश्तों में तनाव जैसी स्थितियां पैदा हो सकती हैं। 

5. आत्म-सम्मान में कमी

बहुत ज़्यादा हस्तमैथुन आत्म-सम्मान में कमी और व्यक्ति को खुद के प्रति नकारात्मक भावनाएं और आत्म-सम्मान में गिरावट महसूस कर सकता है। ये आत्मविश्वास को प्रभावित और अपनी क्षमताओं पर शक करने के लिए प्रेरित भी कर सकता है। 

निष्कर्ष :

हस्तमैथुन करने के व्यक्ति को फायदे और नुकसान दोनों होते हैं। हस्तमैथुन व्यक्ति को शांति, अच्छी नींद मज़ा और तनाव से राहत प्रदान करता है और इसके अतिरिक्त बहुत ज्यादा हस्तमैथुन करना व्यक्ति के आतम विशवास में कमी, यौन स्वास्थ्य समस्याएं, मानसिक थकान और शारीर में कमजोरी का कारण बन सकता है। हस्तमैथुन करने से पहले अपने डॉक्टर से इसके बारे में जानकारी लेना बहुत जरूरी होता है। अगर आपको भी इसकी लत लग गयी है या फिर आप इसके बारे में जानकारी लेना चाहते हैं तो आप आज ही संजीवनी हेल्थ सेंटर में जाकर अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके विशेषज्ञों से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।