क्या क्लैमाइडिया के कारण इरेक्टाइल डिस्फंक्शन हो सकता है? डॉक्टर से जाने 

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बता दें कि क्लैमाइडिया सबसे आम यौन संचारित संक्रमणों (एसटीआई) में से एक है। दरअसल आपको संभोग, गुदा मैथुन या फिर मुखमैथुन की वजह से क्लैमाइडिया की समस्या हो सकती है। हालांकि, यह समस्या ठीक हो सकती है, परन्तु इस समस्या की गंभीरता को बिल्कुल भी अनदेखा नहीं करना चाहिए। आपको बता दें कि जब कोई व्यक्ति क्लैमाइडिया संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन संबंध को बनाता है, तो आमतौर पर उसको भी इस तरह की बीमारी होने का खतरा बना रहता है। आपको बता दें कि यह बीमारी पुरुषों और महिलाओं दोनों को ही प्रभावित कर सकती है। दरअसल क्लैमाइडिया की समस्या अक्सर लक्षण उत्पन्न नहीं करती है, इसलिए क्लैमाइडिया से संक्रमित कई लोग इसके बारे में नहीं जानते और अनजाने में दूसरे लोगों को संक्रमित कर देते हैं। हालांकि इसकी नियमित जांच से क्लैमाइडिया को फैलने से रोकने में मदद मिल सकती है। आपको बता दें कि क्लैमाइडिया की समस्या होने पर एक व्यक्ति को कई तरह की गंभीर सेहत समस्याएं हो सकती हैं, जैसे गुप्तांग से स्राव, पेशाब करने के दौरान दर्द होना और पेट के निचले हिस्से में दर्द होना आदि। ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल उठता है, की क्या पुरुषों में क्लैमाइडिया की वजह से इरेक्टाइल डिसफंक्शन भी हो सकता है? तो आइये इस लेख के माध्यम से इसके बारे में इस के डॉक्टर से विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं। 

क्लैमाइडिया क्या है?

क्लैमाइडिया एक आम यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) है, जो क्लैमाइडिया ट्रैकोमैटिस बैक्टीरिया की वजह से होता है। दरअसल क्लैमाइडिया ट्रैकोमैटिस नामक एक बैक्टीरिया जो असुरक्षित मुख, योनि या फिर गुदा मैथुन के जरिये फैलता है। आमतौर पर यह आसानी से फैल सकता है, क्योंकि शुरुआत में इस समस्या का कोई लक्षण दिखाई नहीं देता है। एक यही कारण है, कि यह सबसे ज्यादा यौन संचारित संक्रमणों में से एक है। आमतौर पर जिन लोगों के लिंग में क्लैमाइडिया की परेशानी होने के 1 से 3 सप्ताह के बाद लक्षण दिखाई देते हैं, दरअसल उनको पेशाब करते समय दर्द, लिंग में जलन और खुजली, अंडकोष के आसपास सूजन दर्द, और लिंग से थोड़ी मात्रा में पारदर्शी स्राव ज्यादातर लिंग के सिरे से दिखाई देने लग जाता है। आपको बता दें कि क्लैमाइडिया बीमारी का इलाज संभव है और साथ ही क्लैमाइडिया का जल्द से जल्द इलाज करवाना बहुत जरूरी होता होता है। आमतौर पर अगर इस समस्या का इलाज समय पर न कराया जाए, तो यह समस्या कई गंभीर जटिलताओं को पैदा कर सकती है और इसके साथ ही आपके प्रजनन अंगों को स्थायी नुकसान पहुंचा सकती है। 

क्या क्लैमाइडिया इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण बन सकता है?

जैसे की हमने आपको इसके बारे में पहले ही बताया है, कि यह क्लैमाइडिया एक संक्रमण है, जो पुरुष और महिला दोनों को प्रभावित करता है। बता दें कि अगर लंबे समय तक इस समस्या का इलाज न कराया जाए, तो यह शरीर के कई हिस्सों पर अपना नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इस तरह की समस्या ज्यादातर पुरुषों में देखने को मिलती है और जहां तक सवाल इस बात का है, कि क्या पुरुषों में क्लैमाइडिया की वजह से इरेक्टाइल डिसफंक्शन भी हो सकता है? तो इसके बारे में इस के डॉक्टर का कहना है, कि अगर क्लैमाइडिया की समस्या का समय पर इलाज न किया जाए, तो ज्यादातर पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन होने का खतरा बना रहता है। वास्तव में क्लैमाइडिया की वजह से प्रोस्टेट संक्रमण हो सकता है, आमतौर पर जो अप्रत्यक्ष रूप से इरेक्टाइल डिसफंक्शन में अपना योगदान दे सकता है। बता दें कि इस तरह की स्थिति में सूजन बढ़ जाती है और इसकी वजह से पेनिस में ब्लड फ्लो प्रभावित हो सकता है। कुल मिलाकर, आप कह सकते हैं, कि हां क्लैमाइडिया अप्रत्यक्ष रूप से इरेक्टाइल इंफेक्शन में योगदान दे सकता है।

पुरुषों के लिए क्लैमाइडिया समस्या का इलाज

आपको बता दें कि क्लैमाइडिया की समस्या का इलाज करने के लिए एंटीबायोटिक का इस्तेमाल किया जाता है। आमतौर पर इस समस्या के दौरान मरीज को करीब एक सप्ताह या फिर इससे ज्यादा समय तक दवाईयों को लेना पड़ सकता है। दरअसल क्लैमाइडिया से पीड़त मरीजों को डॉक्टर सलाह देते हैं, कि वह इलाज के दौरान कुछ दिनों तक के लिए यौन संबंध या फिर किसी भी तरह की सेक्सुअल एक्टिविटी से दूरी बना कर रखें। आमतौर पर क्लैमाइडिया की समस्या के इलाज के बाद भी मरीजों को सुरक्षित यौन संबंध बनाने पर अपना ज्यादा ध्यान देना चाहिए।

क्लैमाइडिया से कैसे करें बचाव

दरअसल क्लैमाइडिया जैसी समस्या कई गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं को पैदा कर सकती है, इसलिए इस समस्या को शुरू में ही रोकना सबसे अच्छा है। आमतौर पर क्लैमाइडिया से प्रभावित होने की संभावना को कम करने के लिए, विशेष रूप से जब आप यौन रूप से सक्रिय हों, तो उस दौरान आप क्लैमाइडिया से बचाव के लिए निम्नलिखित उपायों को अपना सकते हैं, जैसे कि 

1. दरअसल जब भी आप किसी भी तरह का यौन संबंध बनाना चाहे, तो उस दौरान आप कंडोम और डेंटल डैम जैसी सुरक्षा का इस्तेमाल करना बिलकुल भी न भूलें, विशेष रूप से जब, अगर आपके एक से ज्यादा यौन साथी हैं।

2. दरअसल एक से ज्यादा पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाना काफी ज्यादा असुरक्षित होता है, आप हमेशा इस बात का ध्यान रखें।

3. बता दें कि इस दौरान नियमित जाँच या फिर स्क्रीनिंग करवाएं। दरअसल क्लैमाइडिया संक्रमण ज्यादातर शुरुआत में बिना किसी लक्षण के होते हैं। इसलिए अक्सर इस बात का पता लगाना काफी ज्यादा मुश्किल हो जाता है कि आप या फिर आपका साथी कब संक्रमित हुआ हैं। आमतौर पर इस समस्या से सुरक्षित रहने का एकमात्र तरीका है, अपनी नियमित जांच करवाना। 

4. आमतौर पर अपने यौन साथियों की संख्या कम करें। वास्तव में एक ही साथी के साथ रहना सबसे ज्यादा अच्छा होता है। आपको बता दें कि कई यौन साथी होने की वजह से यौन संचारित संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है।

5. दरअसल अपने दोस्तों के साथ सेक्स खिलौने साझा करने से अपना बचाव करें। 

निष्कर्ष

क्लैमाइडिया एक आम यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) है, जो प्रोस्टेट और लिंग जैसे यौन अंगों को प्रभावित करके पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का कारण बनता है। क्लैमाइडिया ट्रैकोमैटिस बैक्टीरिया की वजह से होता है और साथ ही यह समस्या आपको संभोग, गुदा मैथुन या फिर मुखमैथुन से हो सकती है। क्लैमाइडिया की समस्या होने पर व्यक्ति को कई तरह की गंभीर सेहत समस्याएं हो सकती हैं, जैसे गुप्तांग से स्राव, पेशाब करने के दौरान दर्द होना और पेट के निचले हिस्से में दर्द होना आदि। यह यौन संचारित रोग एक साथी से दूसरे साथी में आसानी से फैल सकता है, क्योंकि शुरुआती चरणों में इस समस्या के कोई लक्षण दिखाई नहीं देते। यह बीमारी पुरुषों और महिलाओं दोनों को ही प्रभावित कर सकती है। हालांकि, इसका इलाज संभव है। क्लैमाइडिया संक्रमण को रोकने के लिए, आपको अक्सर असुरक्षित यौन संबंध बनाने से अपना बचाव करना चाहिए, एक से ज्यादा साथियों के साथ यौन संबंध बनाने से बचना चाहिए और साथ ही आपको ऊपर सूचीबद्ध अन्य सुरक्षा उपायों का पालन करना चाहिए। अगर इस समस्या का इलाज समय पर न कराया जाए, तो यह कई गंभीर जटिलताओं को पैदा कर सकती है और साथ ही आपके प्रजनन अंगों को स्थायी नुकसान पहुंचा सकती है। अगर आपको क्लैमाइडिया या फिर स्तंभन दोष का शक है, तो आपको इस तरह की स्थिति के लिए और इसके उपयुक्त इलाज के लिए अपने डॉक्टर से जरूर सलाह करनी चाहिए। अगर आपको भी इसके बारे में गहराई से जानना है और अगर आपको इस तरह की कोई समस्या और आप इसका तुरंत इलाज करवाना चाहते हैं, तो आप आज ही संजीवनी हेल्थ सेंटर में जाकर अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके विशेषज्ञों से इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं