कौन-से आयुर्वेदिक तरीकों से पाचन की अग्रि को करें मजबूत ?

कौन-से आयुर्वेदिक तरीकों से पाचन की अग्रि को करें मजबूत ?

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पाचन अग्रि या किसी भी खाने की चीज का हमारे शरीर के द्वारा पचाने की क्रिया को पाचन अग्रि के नाम से जाना है और ये अग्रि या आग का ठीक रहना हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत जरूरी माना जाता है। पर किसी कारणवश ये अग्रि ख़राब हो जाए तो आयुर्वेद की मदद से हम कैसे अपने पाचन अग्रि को ठीक कर सकते, तो चलिए जानते है पाचन अग्रि को ठीक करने के आयुर्वेदिक तरीके ;

क्या है पाचन अग्रि ?

  • आयुर्वेद के अनुसार से समझे तो, हमारा शरीर 5 प्राकृतिक तत्वों से बना है, जैसे – पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि(आग) और आकाश। यही बात भोजन पर भी लागू होते है। पाचन एंजाइमों का उपयोग करके भोजन से पोषक तत्वों को पचाने और अवशोषित करने की हमारे शरीर की क्षमता को अग्नि या ‘पाचन अग्नि’ कहा जाता है। और यह हमारे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
  • व्यापक रूप से, हम वह सब पचाते है, जो हम खाते है, देखते है, सुनते है, सूंघते है, स्पर्श करते है और स्वाद लेते है। और यह सब हमारी पाचन अग्नि है जो इस कार्य को शक्ति प्रदान करती है।

बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर की मदद से आप पाचन अग्रि के बारे में और अच्छे से समझ सकते है।

पाचन शक्ति को मजबूत कैसे बनाए ?

  • पाचन शक्ति को मजबूत करने के लिए जरूरी है की आप खाने को अच्छी तरह से चबाकर खाएं। 
  • यदि आपके पाचन शक्ति में किसी कारणवश खराबी आ गई है तो इससे बचाव के लिए आपको गुनगुने पानी का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा आप पाचन को दुरुस्त करने के लिए नींबू पानी भी पी सकते है, क्युकी यह भी पाचन शक्ति को मजबूत बनाने में सहायक है। 
  • विटामिन-सी से भरपूर आहार, जैसे- ब्रोकली, संतरा, कीवी और स्ट्राबेरी आदि को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
  • यदि आप चाहते है की आपकी पाचन शक्ति ठीक रहें तो इसके लिए आपको ज्यादा खाने से बचना चाहिए।

पाचन की अग्रि को दुरुस्त करने के अन्य आयुर्वेदिक उपाय !

  • यदि आप इन बदलते मौसम में पाचन शक्ति में खराबी के कारण परेशान है तो इससे बचाव के लिए आप एक चम्मच आंवला पाउडर को एक कप पानी में मिलाए और सुबह खाली पेट इस पानी को पी लें, कुछ दिन ऐसे लगातार करने से आपकी पाचन संबंधी समस्या ठीक हो सकती है। 
  • इसके बाद आप अदरक के 2 इंच छोटे टुकड़े को महीन काट लें, और इसमें चुटकीभर काला नमक मिलाएँ। खाना खाने से आधा घंटा पहले इसे खाएँ, जिससे आपके पाचन अग्रि में खराबी की समस्या आसानी से ठीक हो जाएगी।
  • आयुर्वेद में काली मिर्च का इस्तेमाल बेहतर पाचन और गैस की समस्या से निजात दिलाने के लिए किया जाता है।
  • इसके अलावा पाचन क्रिया को ठीक रखने के लिए व्यायाम को भी अपनी रोजाना की दिनचर्या में शामिल करें।
  • आंवला, हरीतकी और बिभीतकी का मिक्स आयुर्वेदिक पाउडर खाने से कब्ज संबंधी समस्या का हमेशा के लिए खात्मा किया जा सकता है।

यदि आप पाचन की अग्रि का इलाज आयुर्वेदिक तरीके से करवाना चाहते है तो इसके लिए आपको बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक का चयन करना चाहिए।

पाचन शक्ति को मजबूत करने के लिए बेस्ट आयुर्वेदिक सेंटर :

पाचन का सही रहना कितना जरूरी है ये बात तो हम सभी जानते ही है, इसलिए जरूरी है की पाचन को दुरुस्त रखने के लिए उपरोक्त बातों का खास ध्यान रखें। इसके अलावा खाना पचाने की स्थिति अगर ख़राब हो जाए तो इससे बचाव के लिए आपको संजीवनी हेल्थ सेंटर का चयन करना चाहिए।

सुझाव :

बदलते मौसम या खास कर बारिश के मौसम में आपको बाहर की चीजों को खाने से बचना चाहिए, ताकि आपके अग्रि पाचन की स्थिति कभी ख़राब न हो।

निष्कर्ष :

पाचन की स्थिति का ठीक रहना जितना खाना पचाने के लिए जरूरी है, उतना ही शरीर का अच्छे से विकास करने के लिए भी जरूरी है। इसलिए महत्वपूर्ण है की पाचन शक्ति में किसी भी तरह की समस्या आ जाए तो इससे बचाव के लिए आपको डॉक्टर के संपर्क में आना चाहिए।